आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 2021-22 का सरकारी बजट पेश करेगी। इस दौरान देश की जनता को सरकार की ओर से बजट में कई अहम ऐलान किए जाने की उम्मीद है।
वित्त मंत्री कह भी चुकी हैं कि यह बजट ‘अभूतपूर्व’ होगा। इसमें कोरोना से आहत अर्थव्यवस्था को दोबारा खड़ा करने के उपाय किए जाएंगे। तमाम सेक्टर और कंपनियां इस बजट से आस लगाए बैठी हैं। लेकिन सरकार के सामने भी इस बजट को लेकर कम चुनौतियां नहीं हैं।
टैक्स स्लैब
कैपिटल फ्लोट के सह-संस्थापक और एमडी शशांक ऋषिश्रिंग का कहना है कि वर्क फ्रॉम होम से हुए खर्चों के चलते यदि टैक्स में कुछ राहत मिलती है तो इसका पूरा देश खुले हाथ से स्वागत करेगा। खासकर मध्यवर्ग इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत मिलने वाली छूट में बढ़ोत्तरी की उम्मीद कर रहे हैं।
नौकरियां
कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के बाद कर्मचारियों को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है, अकेले अप्रैल 2020 में ही 13.9 फीसदी को नौकरी गंवानी पड़ी। अब वित्त मंत्री को उन्हें मदद करने, नौकरी वापस पाने के लिए रास्ते तलाशने और बराबरी के मौके देने की जरूरत है। जिसकी लोगों को सबसे ज्यादा जरूरत भी है और उम्मीद भी।
मेडिकल
कोरोना काल को देखते हुए ये भी उम्मीद की जा रही है मेडिकल इंश्योरेंस को देखते हुए इस बार सरकार 80डी के तहत मिलने वाले 25000 रुपये तक के डिडक्शन को बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर सकती है। वहीं सीनियर सिटिजन के लिए ये सीमा बढ़ाकर 75 हजार रुपये तक किए जाने की उम्मीद की जा रही है।
अर्थशास्त्री बताते हैं कि वर्ष 2020 की चुनौतियों से पार पाने की इस बजट में भरसक कोशिश होगी। देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के पुरजोर उपाय होंगे। ख़ैर इस बार 2021-22 में कड़े और साहसिक फैसले की उम्मीद की जा रही है। इंफ्रास्ट्रक्चर और उद्योग सरीखे सेक्टरों में बड़े सुधारों की घोषणा की जा सकती है।