साल 2021-22 के लिए सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट पेश किया। वित्त मंत्री इस बार पूरी तरह पेपरलेस यानी डिजिटल बजट पेश कर रही हैं। बजट पेश करने के दौरान निर्मला सीतारमण ने कई बड़े व अहम ऐलान किए है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण की शुरुआत में कहा, ‘यह बजट ऐसी परिस्थितियों में तैयार किया गया है जो परिस्थितियां पहले कभी नहीं थीं, 2020 में हमने कोविड 19 के साथ क्या-क्या सहन किया उसका कोई उदाहरण नहीं है।
– वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण की शुरुआत में कहा कि सरकार ने कोविड-19 महामारी से निपटने के लिये आत्मनिर्भर पैकेज के तहत 27.1 लाख करोड़ रुपये की घोषणा की।
– वित्त वर्ष 2022 में राजकोषीय घाटा जीडीपी का 6.8 फीसदी रहने का अनमान जताया है। मार्केट से ग्रॉस बॉरोइंग 12 लाख करोड़ रुपये रहेगी। वित्त वर्ष 2025—26 के लिए यह लक्ष्य 4.5 फीसदी रखा गया है।
– कोविड-19 के टीकों के लिहाज से 35,000 करोड़ रुपये के परिव्यय का प्रस्ताव भी रखा तथा देशभर में न्यूमोकोकल टीकों को उपलब्ध कराये जाने की घोषणा भी की जिससे हर साल 50,000 से अधिक बच्चों की जान बचाई जा सकेगी।
– सरकार ने शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक परिवहन को मजबूती प्रदान करने के लिए सोमवार को 18,000 करोड़ रुपये की योजना की घोषणा की।
– सरकार का दावा है कि अगले वर्ष तक देश के किसानों की आय दुगनी हो जाएगी। वित्त मंत्री ने अपने भाषण में किसानों को उनकी लागत से डेढ़ गुना ज्यादा देने का प्रयास करने का एलान किया।
– वित्त मंत्री ने साल 2030 तक तैयार होने वाली भारतीय रेल की नई योजनाओं के बारे में बताया। अपने भाषण में उन्होंने कहा कि इस साल रेल बजट पर 1.15 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
– स्टैंडअप इंडिया के तहत अनुसूचित जाति, जनजाति के लिए मार्जिन मनी की जरूरत 25 फीसदी से घटाकर 15 फीसदी किया गया।
– MSP बढ़ाकर उत्पादन लागत का 1.5 गुना किया गया है। सरकार किसानों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है।
– 75 साल से ज्यादा उम्र के वरिष्ठ नागरिक जिनकी पेंशन और जमा से आमदनी है, उनको आईटीआर फाइलिंग से छूट मिलेगी।
– एपीएमसी को एग्री इंफ्रा फंड के दायरे मे लाया जाएगा. ई-नाम से 1000 और मंडियों को जोड़ा जाएगा। आॅपरेशन ग्रीन स्कीम में टमाटर, प्याज और आलू के अलावा 22 पेरिशेबल क्रॉप्स को शामिल किया जाएगा।
– पीएम आत्मनिर्भर स्वास्थ्य योजना शुरू होगी। इस पर 61 हजार करोड़ रुपए अगले 6 साल में खर्च होंगे। प्राइमरी से लेकर उच्च स्तर तक की स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च किया जाएगा। नई बीमारियों पर फोकस होगा।
– 17 नए पब्लिक हेल्थ यूनिट को चालू किया जाएगा। 32 एयरपोर्ट पर भी ये बनेंगे। नेशनल इंस्टीट्यूशन ऑफ वर्ल्ड हेल्थ बनेगा। 9 बायो लैब बनेगा। चार नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी बनेगा।